Nigahein Shayari Collection
Phir Na Keeje Meri Gustakh Nigahon Se Gila,
Dekhiye Aapne Phir Pyar Se Dekha Mujhko.
फिर न कीजे मेरी गुस्ताख निगाहों का गिला,
देखिये आपने फिर प्यार से देखा मुझको।
Dekhiye Aapne Phir Pyar Se Dekha Mujhko.
फिर न कीजे मेरी गुस्ताख निगाहों का गिला,
देखिये आपने फिर प्यार से देखा मुझको।
Sau Sau Ummidein Bandhti Hain, Ik Ik Nigah Par,
Mujhko Na Aise Pyar Se Dekha Kare Koyi.
सौ सौ उम्मीदें बंधती है, इक-इक निगाह पर,
मुझको न ऐसे प्यार से देखा करे कोई।
Mujhko Na Aise Pyar Se Dekha Kare Koyi.
सौ सौ उम्मीदें बंधती है, इक-इक निगाह पर,
मुझको न ऐसे प्यार से देखा करे कोई।
Kya Puchhte Ho Shokh Nigahon Ka Majra,
Do Teer The Jo Mere Jigar Mein Utar Gaye.
क्या पूछते हो शोख निगाहों का माजरा,
दो तीर थे जो मेरे जिगर में उतर गये।
Do Teer The Jo Mere Jigar Mein Utar Gaye.
क्या पूछते हो शोख निगाहों का माजरा,
दो तीर थे जो मेरे जिगर में उतर गये।
Nigah-e-Lutf Se Ek Baar Mujhko Dekh Lete Hain,
Mujhe Bechain Karna Jab Unhen Manjoor Hota Hai.
निगाहे-लुत्फ से इक बार मुझको देख लेते है,
मुझे बेचैन करना जब उन्हें मंजूर होता है।
Mujhe Bechain Karna Jab Unhen Manjoor Hota Hai.
निगाहे-लुत्फ से इक बार मुझको देख लेते है,
मुझे बेचैन करना जब उन्हें मंजूर होता है।
Kuchh Nahin Kehti Nigahein Magar,
Baat Pahuchi Hai Kahan Se Kahan.
कुछ नहीं कहती निगाहें मगर,
बात पहुँची है कहाँ से कहाँ।
Baat Pahuchi Hai Kahan Se Kahan.
कुछ नहीं कहती निगाहें मगर,
बात पहुँची है कहाँ से कहाँ।
Utar Chuki Hai Meri Rooh Mein Kisi Ki Nigah,
Tadap Rahi Hai Meri Zindagi Kisi Ke Liye.
उतर चुकी है मेरी रूह में किसी की निगाह,
तड़प रही है मेरी ज़िंदगी किसी के लिए।
Tadap Rahi Hai Meri Zindagi Kisi Ke Liye.
उतर चुकी है मेरी रूह में किसी की निगाह,
तड़प रही है मेरी ज़िंदगी किसी के लिए।
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